बाल झड़ने के कारण इलाज उपाय (reason solution of hair fall in hindi)

बाल झड़ने के कारण इलाज उपाय (reason solution of hair fall in hindi)

जिस प्रकार आज कल के रहन-सहन हैं वैसे में बालों का झड़ना (hair fall in hindi) एक आम समस्या बन गया है। बालों के झड़ने का कई कारण होते हैं।

सबसे बड़ी बात यह है कि किसी भी बीमारी का कारण पता लग जाए तो उसका इलाज आसान हो जाता है। ठीक इसी प्रकार बालों के झड़ने का कारण आपको पता लग जाए तो इसे रोकना बहुत आसान हो जाएगा।

बाल झड़ने का मुख्य कारण (reason of hair fall in hindi) है आपका स्वास्थ्य, खानपान एवं केमिकल युक्त हेयर कॉस्मेटिक प्रोडक्ट। शुरुआत में बालों के झड़ने का नजर अंदाज करना सबसे बड़ी बेवकूफी है।

यदि बालों के झड़ने का उपाय या इलाज (hair fall solution in hindi) शुरुआत में ही किया जाए तो इसे आसानी से रोका जा सकता है।

इसके इलाज में जितना देर होगा उतना ही बड़ी आपको समस्या होते जाएगी। इसलिए बालों का झड़ने का इलाज जितना जल्द हो सके जरूर करना चाहिए।

घरेलू उपाय एवं नुस्खे बालों को झड़ने से रोकने में बहुत मदद करती है। आप इसे आसानी से घर पर आजमा सकते हैं। और इसके समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।

इस लेख में बालों के झड़ने के कारण एवं इलाज तथा घरेलू उपाय को विस्तार से बताया गया है जिसे जानकर अपने बालों को झड़ने से रोक सकते हैं। इसलिए इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।

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क्या है बाल झड़ना ? (what is hair fall in hindi)
सिर के बाल उखड़ने या गिरने की समस्या को बाल झड़ना कहते हैं। लेकिन यह कोई बीमारी नहीं क्योंकि बाल झड़ने या गिरने के बाद उसके जगह नए बाल उग आते हैं। बीमारी तब कहलाती है जब बाल झड़ रहा हो और उसके जगह नई बाल नहीं उग रहा हो। 40 से 50 साल रोज झरना यह आम बात है क्योंकि इसके जगह पर नई बाल उग आते हैं। यदि इससे ज्यादा आपके बाल डेली झड़ रहे हैं और उसके जगह नई बाल नहीं आ रहे हैं तो यह आपके लिए चिंता का विषय है। इसके कारण आप गंजा भी हो सकते हैं। ऐसे में आपको इसके प्रति सजग होना बहुत जरूरी है।

जिस प्रकार बालों का झड़ने का कारण कई प्रकार होते हैं उसी प्रकार बालों के झड़ना का प्रकार भी अलग-अलग होते हैं। पुरुषों में बाल झड़ने की समस्या 30 से 35 साल के बाद शुरू होता है जिसे मेल पैटर्न बाल्डनेस कहते हैं।

कुछ स्त्रियों में बाल झड़ने की समस्या इतनी होती है कि उसके बाल न के बराबर बचते हैं जिसे फीमेल पैटर्न बाल्डनेस कहते हैं। हालांकि स्त्रियों में गंजा होने की समस्या न के बराबर देखा जाता है।

Hair fall in hindi
बाल झड़ने के कारण क्या है? Reasons of hair fall in hindi –
हार्मोन – शरीर में हार्मोन के असंतुलन या अचानक हार्मोन में बदलाव के कारण बालों का झड़ना सुरु हो जाता है। जैसे थायराइड में असंतुलन , गर्भावस्था, बच्चे को जन्म देने के बाद।

बीमारी – किसी गंभीर बीमारी, संक्रमण, शल्य क्रिया या सर्जरी होने के बाद बालों का झड़ना शुरू हो जाता है। इसका असर लगभग 2 से 3 महीने बाद दिखता है।

दवाई – दवाइयों के ओवरडोज से बालों का झड़ना भी एक कारण है। कभी-कभी तो ऐसा देखा गया है कि दवाई का ओवरडोज या रिएक्शन के कारण सिर के पूरे बाल झड़ जाते हैं।

यदि आप किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं और इसके दवाई लंबे समय से सेवन कर रहे हैं तो ऐसे में इसके साइड इफेक्ट से भी बालों का झड़ना शुरू हो जाते हैं।

तनाव – तनाव एक ऐसी समस्या है जिसके कारण कई गंभीर बीमारीयों का होना तय है। बालों का झड़ना भी तनाव का एक कारण हो सकता है। तनाव अनिद्रा के कारण भी होता है यानी अनिद्रा के कारण भी बालों का झड़ना हो सकता है।

केमिकल – आजकल फैशन के दौर में स्टाइलिश हेयर का प्रचलन बढ़ गया है। इसके लिए कई प्रकार के केमिकल युक्त जेल, शैंपू,ऑयल का इस्तेमाल धड़ल्ले से किया जा रहा है जो बालों को काफी नुकसान पहुंचाता है।

शुरुआती में इसका असर बहुत कम दिखता है धीरे-धीरे यह बढ़ता जाता है और फिर बालों के झड़ने की समस्या नजर आने लगता है। इस प्रकार के हेयर प्रोडक्ट के इस्तेमाल से बचें।

फंगल इन्फेक्शन – बालों के झड़ने का यह एक मुख्य कारण (hair fall reason in hindi) होता है। बालों में फफूंदी, डैंड्रफ या रूसी, सिर की त्वचा रुखा होना फंगल इन्फेक्शन का लक्षण दिखाता है।

यह धीरे-धीरे बालों की जड़ों को कमजोर करता है और फिर बाल झड़ने का कारण बन जाता है। बाल दोबारा ना उगने का कारण फंगल इन्फेक्शन भी हो सकता है।

अनुवांशिकता – बालों का झड़ना वंशानुगत बीमारी भी है। जिसके माता, पिता, दादा, दादी किसी को बाल झड़ने की समस्या थी तो उससे भी बाल झड़ने की समस्या हो जाती है।

वंशानुगत बाल झड़ने की बीमारी को अंग्रेजी में हेरीडीयटरी कहते हैं। ज्यादातर गंजा होने का यही कारण देखाने को मिलता है।

असंतुलित आहार – खानपान पर परहेज करने वाले व्यक्ति में आहार असंतुलन की समस्या देखा जाता है। इसमें सबसे ज्यादा बालों के लिए एक जरूरी है प्रोटीन, जिंक, बायोटीन आदि जो बालों को झड़ने से बचाता है एवं बालों के ग्रोथ के लिए बहुत जरूरी है।

स्वस्थ एवं मजबूत बालों के लिए संतुलित एवं पौष्टिक आहार बहुत जरूरी है। आजकल फास्ट फूड, जंक फूड आदि खाने से पेट की समस्या बहुत ज्यादा होता है। और पेट की समस्या होने के कारण बालों का स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है।

जीवन शैली – बालों पर जीवन शैली का बहुत बड़ा असर दिखता है। जिस प्रकार आजकल का रहन-सहन है वैसे में देर रात तक जागना, बाहर का खाना खाना, केमिकल युक्त चीजों का सेवन, प्रदूषण, सामाजिक दुशप्रभाव, तनाव, कार्य का बोझ, आदि आपके स्वास्थ्य को बुरा प्रभाव डालता है। जो आगे चलकर आपके बालों के लिए भी नुकसानदायक है।

वात, पित्त और कफ – वात पित्त और कफ के असंतुलन के कारण भी बालों का झड़ना शुरू हो जाता है। इसके असंतुलन से बालों के जड़ तक ऑक्सीजन एवं रक्त प्रवाह कम हो जाते हैं। जिसके कारण बाल कमजोर एवं असहाय हो जाते हैं। तथा नए बालों का उगना भी रुक जाता है।

  • महिलाओं में बाल झड़ने के कारण – Reasons of hair fall in female in hindi –
  • महिलाओं में सेक्स हार्मोन का असंतुलन के कारण बाल झड़ने की समस्या हो सकती है।
  • डिलीवरी के बाद बालों के झड़ने की समस्या हो सकती है।
  • गर्भावस्था के दौरान हार्मोन में बदलाव बहुत तेजी से होने के कारण महिलाओं में बाल झड़ने की समस्या होती है।
  • मासिक धर्म के दौरान ज्यादा रक्त स्त्राव के कारण बालों के झड़ने की समस्या होती है।
  • एनीमिया के कारण बालों का झड़ने की समस्या हो सकती है।
  • तनाव या चिड़चिड़ापन के कारण भी बालों के झड़ने की समस्या हो सकती है।
  • बाल झड़ने से रोकने के उपाय – hair fall rokne ke upay in hindi –
  • बाल झड़ने से रोकने के कई उपाय (hair fall solution in hindi) हैं जिसमें से किसी एक या दो को अपनाकर बाल को झड़ने से रोका जा सकता है।
  • घरेलू उपाय (नुस्खे)
  • योगा
  • आयुर्वेदिक दवा
  • अंग्रेजी दवा
  • लेजर थेरेपी
  • होमियोपैथी इलाज
  • मसाज
  • ऊपर बताए गए बाल झड़ने के रोकने के उपाय को नीचे के लेख में विस्तार से बताया गया है जिसे जरूर पढ़ें।

Hair fall in hindi
हेयर फॉल रोकने के घरेलू उपाय (नुस्खें) – Hair fall rokne ke gharelu upay (Home remedies)
प्याज का रस – प्याज में सल्फर बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता जो बालों के लिए बहुत ही उपयोगी होता है। ताजी प्याज के रस को सिर में लगाए जिससे वालों के जड़ों तक रस पहुंच जाए।

इसे रात में सोते समय लगाएं एवं सुबह प्राकृतिक शैंपू से धो लें। इसे दिन में भी लगा सकते हैं। दिन में लगाने के 1 घंटे बाद शैंपू से बाल को अच्छी तरह धो लें।

ऐसा 2 से 3 महीना तक लगातार करें बाल झड़ना रुक जाए। यह बाल झड़ने से रोकने के लिए सबसे अच्छा घरेलू उपाय (hair fall treatment in hindi at home) माना जाता है।

नींबू और दही – एक चम्मच नींबू के रस और 50 ग्राम दही को मिलाकर सिर में लगाएं। इसे आधे से 1 घंटे तक छोड़ दें। इसके बाद शैंपू से बाल धोने।

जिस व्यक्ति को डैंड्रफ या रूसी की समस्या है उसको इस नुस्खे से बहुत ज्यादा लाभ मिलेगा।

हरसिंगार – हरसिंगार के बीज को पीसकर सिर पर लगाएं। यह बालों की समस्या से बहुत जल्द निजात दिलाता है। बाल झड़ने और गंजापन की समस्या को दूर करने में लाभकारी है।

नमक और काली मिर्च – बाल झड़ने के घरेलू उपाय में नमक और काली मिर्च बहुत लाभकारी होता है। एक चम्मच बारीक पिसा हुआ काली मिर्च का पाउडर एक चम्मच नमक चार चम्मच नारियल तेल के साथ मिलाकर सिर पर लगाएं।

यह बाल झड़ने से रोकता है तथा गंजापन के कारण बाल गिरे हुए को फिर से उगाने में लाभकारी होता है।

मेथी – रात में मेथी के दाने को पानी में भिगोकर रख दें। पानी इतना ही डाले जितना में मेथी पीसा जा सके। सुबह उसी पानी में मेथी को पिसे। पिसे हुए मेथी को सिर पर लेप लगाएं।

यह लेप आधे घंटे या 40 मिनट तक रहने दे उसके बाद नेचुरल शैंपू से सिर को धो लें। यह नुस्खे रोज 2 से 3 महीने तक अपनाएं बाल झड़ना पूर्ण रुप से बंद हो जाएगा।

ग्रीन टी – ऐसे तो ग्रीन टी पीने के काम आता है जो कई बीमारियों में लाभकारी होता है। इसमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होने के कारण यह बालों के लिए भी लाभकारी है। इसका उपयोग बालों के लिए करना बेहद लाभदायक है।

एक चम्मच ग्रीन टी को 50 ग्राम पानी में रात को भिगो दें। सुबह उसी पानी के साथ ग्रीन टी को सिर पर लेप लगाएं। इस लेप को आधे घंटे या 1 घंटे तक छोड़ दें। उसके बाद सिर को धो लें। यह बालों को झड़ने से रोकता है। तथा बालों के जड़ों में मजबूती आती है।

अंडा और दही – अंडे में भरपूर मात्रा में प्रोटीन एवं खनिज पदार्थ होते हैं जो बालों के लिए लाभदायक है। इसके इस्तेमाल करने से बालों की जड़ों में मजबूती आती तथा दही डैंड्रफ एवं रूसी को दूर करने में सहायक है।

अंडे के सफेद भाग एवं दही को मिलाकर सिर पर लेप लगाएं। आधे घंटे बाद सिर को शैम्पू से धो लें।

परवल – सिर के बाल झड़ने के घरेलू उपाय में परवल के पत्ते का भी इस्तेमाल किया जाता है। परवल के पत्ते का रस निकालकर अपने सिर पर लगाएं।

इसके 2 से 3 महीने निरंतर इस्तेमाल से बाल झड़ना रुक जाता है।

अनार – हेयर फॉल के घरेलु उपाय के लिए अनार का पत्ता सेवन करना लाभकारी होता है। अनार के पत्ते को बारीक पीस लें। नारियल का तेल या सरसों का घरेलू तेल में फंसे हुए अनार के पत्ते को मिलाकर गर्म करें।

अच्छी तरह पक जाए तो पिसे हुए पत्ते को छानकर निकाल ले। यह पके हुए तेल को सिर पर रोजाना लगाएं। इससे बाल झड़ना रुक जाता है तथा नए वालों को उगने भी बहुत लाभ मिलता है।

करी पत्ता – करी पत्ता में भरपूर मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट, प्रोटीन एवं बीटा कैरोटीन पाया जाता है। जो बालों को मजबूती देता है एवं झड़ने से बचाता है।

नारियल का तेल या सरसों के तेल में करी पत्ता को डालकर पकाएं। तेल ठंडा होने पर पत्ते को छान कर निकाल दें एवं सिर पर तेल से मालिश करें।

योग – Yoga for hair fall in hindi –
बालों को झड़ने से रोकने के लिए योग बहुत फायदेमंद है। कुछ योगासन ऐसे हैं जो बालों को झड़ने से रोकने एवं नए बाल उगाने के लिए रामबाण माने जाते हैं जैसे – शीर्षासन, सर्वांगासन, बालायाम इत्यादि।

नीचे कुछ योगासनों का नाम बताए गए हैं जो बाल झड़ने से रोकने में सहायक एवं मददगार साबित होता है। आप चाहें तो इन सभी आसनों को कर सकते हैं।

शीर्षासन
सर्वांगासन
बालासन
पर्वतासन
पादहस्तासन
जानू सिरासन
कंधरासन
हलासन
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शीर्षासन कैसे करें –
किसी नरम चटाई पर घुटने के बल खड़ा हो जाए। सिर को आगे झुकाते हुए जमीन से टिका दें। दोनों हाथों को आपस में फंसा कर सिर के पीछे घेरा बनाएं। अपने पैरों को धीरे-धीरे ऊपर उठाएं एवं सिर पर शरीर का भार डालें। आप चाहे तो पहले एक पर उठाए फिर दूसरे पैर को उठाएं। शरीर का भार सिर पर देते हुए धीरे-धीरे पैर को सीधा करें एवं बैलेंस बनाएं। साधारण स्वसन क्रिया करें। अपनी क्षमता अनुसार इस स्थिति में रुक सकते हैं। आप चाहे तो दीवार या किसी पार्टनर का सहायता ले सकते हैं।

सर्वांगासन कैसे करें –
किसी नरम चटाई पर पीठ के बल लेट जाएं। अपने दोनों हथेलियों को बगल में जमीन से सटाकर रखें। अब हथेलियों पर दबाव देते हुए दोनों पैरों को एक साथ ऊपर उठाएं। पैर जब सिर के सामने आ जाए तो हाथों को अपने कमर के नीचे सहारा दें। अब हाथों की मदद से पूरे शरीर को ऊपर उठाएं जिससे की आपके ठुड्डी छाती से स्पर्श करने लगे। साधारण स्वसन क्रिया करें एवं अपने क्षमता अनुसार इस स्थिति में रुके।

बालायाम कैसे करें –
बालायाम करना बहुत ही आसान है। सुबह खाली पेट सुखासन या किसी भी आरामदायक आसन में बैठ जाएं। अपने दोनों हाथों के अंगुलियों के नाखून को आपस में घर्षण (रगड़) करें। यह क्रिया रोजाना 5 से 10 मिनट तक कर सकते हैं। इसका असर एक या 2 महीने में नहीं पता चलता है। इसे कम से कम 6 महीने से 1 साल करने पर असर दिखता है।

बालासन कैसे करें –
किसी नरम चटाई पर वज्रासन में बैठ जा। सांस लेते हुए दोनों हाथों को ऊपर उठाएं (कान के सीधे में)। अब सांस छोड़ते हुए आगे झुके। हथेलियों एवं सिर के अग्रभाग को को जमीन से टीका दें। इस स्थिति में साधारण स्वसन क्रिया करें। सांस लेते हुए मूल अवस्था में आए हैं।

पादहस्तासन कैसे करें –
अपने कद के अनुसार दोनों पैरों को खोल कर खड़ा हो जाए। सांस लेते हुए सामने से दोनों हाथों को ऊपर उठाएं। दोनों हाथों को समानांतर कान के सीधी में रखें। सांस छोड़ते हुए आगे झुके। दोनों हथेलियों को पैर के बगल में जमीन से स्पर्श कराएं। ध्यान रहे दोनों पैर एवं दोनों हथेलियां एक सीधी रेखा में होंगे। पेट को संकुचित करते हुए घुटने से सिर को स्पर्श कराएं। इस स्थिति में 30 से 40 सेकंड रुक के। सांस लेते हुए मूल अवस्था में वापस आ जाएं।

जानू सिरासन कैसे करें –
दोनों पैरों के लंबवत सीधा करके बैठ जाएं। बाएं पैर को घुटने से मोड़ते हुए एड़ी को गुप्तांग के पास रखें। दोनों हाथों को आपस में फंसाते हुए दाहिने पैर के अंगूठे को स्पर्श करें। सांस छोड़ते हुए आगे झुके एवं दोनों हाथों की मदद से दाहिने पैर के तलवे के पार पकड़े। सिर को घुटने से स्पर्श कराएं। इस स्थिति में 30 से 40 सेकंड तक रुके। सांस लेते हुए मूल अवस्था में वापस आए।

कंधरासन कैसे करें –
इससे सेतुबंध आसन भी कहा जाता है। सबसे पहले किसी नरम चटाई पर पीठ के बल लेट जाएं। दोनों पैरों को घुटनों से मोड़ते हुए एड़ियों को नितंब के पास रखें। दोनों हाथों की मदद से दोनों एड़ियों को क्रमशः पकड़े। अब कमर के हिस्से को अपने क्षमता अनुसार जितना हो सके ऊपर उठाएं। छाती एवं पेट को ऊपर की ओर उभारे। इस स्थिति में 30 से 40 सेकंड तक रुके। कमर को जमीन से टिक आते हुए मूल अवस्था में वापस आए।

हलासन कैसे करें –
किसी नरम चटाई पर शवासन में लेट जाएं (पीठ के बल)। अपने हाथों को बगल में रखे एवं हथेलियों को जमीन से स्पर्श कराएं। दोनों पैरों को एक साथ ऊपर उठाएं एवं सिर के पीछे जमीन से पैरों की अंगुलियों टिका दें। ध्यान रहे घुटना मुड़ना नहीं चाहिए। इस स्थिति में साधारण स्वसन क्रिया करें एवं 30 से 40 सेकंड तक रुके।

आयुर्वेदिक दवा : Ayurvedic treatment for hair loss and regrowth in hindi –
प्राचीन काल से आयुर्वेदिक दवाओं का सेवन कई बीमारियों को ठीक करने एवं उससे बचने के लिए किया जाता रहा है। बालों को झड़ने से रोकने के लिए आयुर्वेदिक दवा को सफल एवं कारगर इलाज माना जाता है।

नीचे कुछ आयुर्वेदिक औषधि में उपयोग की जाने वाली दवाओं के नाम बताए गए हैं। जिसे आप चाहे तो किसी विशेषज्ञ की सलाह से इस्तेमाल कर सकते हैं।

आंवला रस – आंवला में भरपूर मात्रा में विटामिन सी की उपलब्धता होती है। जो बालों के लिए बहुत ही लाभदायक है। आंवला के लगातार सेवन से बालों का झड़ना रुक जाता है। आप चाहे तो इसे सिर में लगा सकते हैं।

आंवला तेल – यह एक प्रकार की आयुर्वेदिक औषधि माना जाता है। इसे किसी भी आयुर्वेदिक दुकान या स्टोर से आसानी से खरीदा जा सकता है।

आंवला के तेल को लगातार सेवन से बालों के झड़ने से रोका जा सकता है तथा घने एवं मजबूत बालों के लिए भी लाभदायक माना जाता है।

केश कांति तेल – यह पतंजलि द्वारा बनाए गए आयुर्वेदिक तेल है। जो बालों को झड़ने से रोकने में सफल एवं कारगर (best oil for hair fall in hindi)माना जाता है। इसमें 21 प्रकार की आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों को मिला कर बनाया गया है।

इसे आप रात में सोने से पहले बालों की जड़ों में लगाकर सोए। सुबह उठ कर शैंपू से धो लें।

दिव्य केश तेल – पतंजलि द्वारा बनाया गया आयुर्वेदिक तेल है। जो बालों को झड़ने में कारगर माना जाता है। कांति तेल से थोड़ा एडवांस है। इसे भी केश कांति तेल की तरह ही उपयोग इस्तेमाल किया जाता है।

आप चाहे तो इन तेलों को ऑनलाइन या पतंजलि स्टोर से खरीद सकते हैं।

अंग्रेजी दवा (इलाज) – hair fall medicine in hindi –
आज के चिकित्सा विज्ञान में बाल झड़ने से लेकर बाल उगाने तक के कई तकनीक उपलब्ध हैं। आजकल बाल प्रत्यारोपण बाल उगाने का नया तकनीक है जिससे कई अनुभवी डॉक्टर सलाह देते हैं।

नीचे कुछ अंग्रेजी एलोपैथिक दवाओं के नाम बताए गए हैं जो बाल झड़ने से रोकने में सहायक माना जाता है। लेकिन इन दवाओं का सेवन बिना किसी डॉक्टर के सलाह से न करें।

मिनोक्सिडिल, फिनास्टेरॉयड, मल्टीविटामिन युक्त गोलियां, हार्मोन रिप्लेसमेंट गोली आदि दवाओं को बाल झड़ने से रोकने में इस्तेमाल किया जाता है।

लेजर थेरेपी –
लेजर थेरेपी के द्वारा भी बाल को घना किया जाता है। आजकल इसका भी इस्तेमाल कई डॉक्टर झड़ते हुए बाल को रोकने एवं घना करने के लिए इस्तेमाल करते हैं।

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आपको यह लेख हेयर फॉल के कारण और रोकने के उपाय (hair fall in hindi) से जुड़ी जानकारी कैसा लगा नीचे कॉमेंट बॉक्स में जरूर लिखे।आपके द्वारा किया गया कॉमेंट हमे अच्छी लेख लिखने के लिए प्रेरित करता है, और साथ मे ये भी जरुर बताए यदि लेख में कोई त्रुटि हो या सुधार की जरूरत हो तो अवश्य उसके बारे में लिखे जिससे हम सुधार कर त्रुटिहीन बना सेक।

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